गैस्ट्राइटिस: एक आम समस्या लेकिन अधिक कष्टप्रद
गैस्ट्राइटिस क्या है?
इस बीमारी में पेट की दीवार के श्लेष्म झिल्ली (मयूकस मेमब्रेन) का सूजन हो जाता है। यह विभिन्न जीवाणुओ, विशेष रूप से वायरस और परेशानी उत्पन्न करने वाले रसायनों जैसे विभिन्न दवाएं, खाद्य पदार्थ या अधिक भोजन के कारण होता है। यह शुरु होने के आधार पर दो प्रकार का होता है
(क)
तीव्र/ एक्युट
(अचानक शुरुआत)
और अल्प कालिक
गैस्ट्राइटिस के लक्षण क्या-क्या हैं?
वायरल गैस्ट्राइटिस के लक्षण वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस के समान होता है, लेकिन गैस्ट्राइटिस मे उल्टी दस्त की तुलना में अधिक आम है। इसके सामान्य लक्षण हैं
जलन / बेचैनी
(ऊपरी पेट और निचले सीने में महसूस किया गया)
जी मिचलाना, उल्टी
पेट में दर्द
पेट में सूजन
एनोरेक्सिया (भूख में कमी)
खट्टी डकार
हिचकी
अम्ल प्रतिवाह
काले रंग का मल
भोजन के तुरंत बाद बहुत अधिक पेट भरा हुआ महसूस होना
थकावट और भारीपन महसूस होना
सांस लेने में तकलीफ
गैस्ट्राइटिस के कारण क्या हैं?
पेट के परत का सूजन मुख्य रूप से वायरस या बैक्टीरिया द्वारा संक्रमण के कारण होता है, लेकिन कवक और अन्य परजीवियों के कारण भी हो सकता है। यह बीमारियों के एक समूह का एक हिस्सा है जो क्षरण और गैस्ट्रिक अल्सर का कारण बनता है। हेलिकोबैक्टर पाइलोरी (एक जीवाणु) को इन रोगों के एक महत्वपूर्ण कारण के रूप में देखा गया है। गैस्ट्राइटिस के निम्नलिखित कारण हो सकते है
एस्पिरिन और अन्य दर्द की दवाएं
शराब
धूम्रपान
कैफीन युक्त पेय
अत्यधिक भोजन
मसालेदार भोजन
वे खाद्य पदार्थ जो आसानी से पचते नहीं हैं
अत्यधिक तनाव / अधिक काम करना
बीमारी
आघात (जैसे जलन, गंभीर चोट)
यह समस्या कितनी आम है?
गैस्ट्राइटिस एक बहुत आम बीमारी है और लगभग सभी ने कभी न कभी इसका अनुभव किया है। यह आम तौर पर 1-2 दिनों तक रहता है। यह बहुत दुर्लभ है कि यह लंबे समय तक रहती है। ऐसे मामलों में किसी वायरल कारण पर संदेह किया जाना चाहिए। यदि कोई बड़ी मात्रा में धूम्रपान और शराब का सेवन करता है, तो लक्षण बने रह सकते हैं।
गैस्ट्राइटिस के कारण क्या जोखिम हो सकते हैं?
यह सामान्य रूप से एक हल्की बीमारी है, जो जल्दी ठीक हो जाती है।जटिलताओं में से एक पेट की दीवार का क्षरण (अल्सरेशन) है जिसके परिणामस्वरूप रक्त की उल्टी हो सकती है। यह खतरनाक हो सकता है और इसके लिए तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। अगर अत्यधिक उल्टी की शिकायत है, तो निर्जलन(डीहाइड्रेशन) से सावधान रहें और अपने चिकित्सक से परामर्श ले।
गैस्ट्राइटिस का निदान (डायग्नोसीस)कैसे किया जाता है?
इसका का निदान मुख्य रूप से चिकित्सकीय (क्लिनिकली) होता है लेकिन कुछ परीक्षणों का उपयोग कारण के संदिग्धता केआधार पर किया जा सकता है जो इस प्रकार हैं
ऊपरी जीआई एंडोस्कोपी
रक्त परीक्षण
मल परीक्षण
यूरिया सांस परीक्षण
एक्स-रे
बेरियम निगलना (स्वलो)
गैस्ट्राइटिस का इलाज कैसे होता है?
- आपके चिकित्सक प्रोटॉन पंप अवरोधकों को लिख सकते है जो पेट में एसिड बनाने वाली कोशिकाओं को अवरुद्ध करके काम करते हैं।
- आम प्रोटॉन पंप अवरोधक ओमेप्राज़ोल, लैंसोप्राज़ोल और एसोमप्राज़ोल हैं लेकिन दीर्घकालिक उपयोग से बचा जाना चाहिए।
- कुछ दवाएं जैसे H2- ब्लॉकर्स जैसे कि रेनिटिडिन, फ़ेमोटिडिन पेट मे जारी होने वाले एसिड की मात्रा को कम करते है और इसलिए गैस्ट्राइटिस के कारण होने वाले दर्द से राहत देते है और साथ ही पेट की परत को ठीक करने मे मदद करते है।
- गैस्ट्राइटिस के कारण दर्द में एंटासिड तेजी से राहत देता है क्योंकि यह पेट में एसिड को बेअसर करता है।आप एक एक तरल एंटासिड लें सकते है।
- उल्टी रोकने के लिए एक एंटी-इमेटिक दिया जा सकता है और यदि समस्या बनी रहती है या रक्तस्राव या अल्सर जैसी जटिलता होती है, तो जीवाणु हेलिकोबैक्टर पाइलोरी के लिए एक परीक्षण और गैस्ट्रोस्कोपी किया जाना चाहिए।
- एच पाइलोरी (यदि यह मौजूद है) के लिए विशेष उपचार उपलब्ध है और चिकित्सक के परामर्श के बाद ही दवा लेनी चाहिए।
- पहले 24 घंटों के दौरान ठोस भोजन खाने से बचें, केवल तरल या अर्ध-तरल खाद्य पदार्थ लें।
- 24 घंटों के बाद ऐसे खाद्य पदार्थ खाएं जिन्हें आपका शरीर सहन कर सके।
- पानी और दूध जैसे गैर-मादक और गैर-कार्बोनेटेड और कैफीन मुक्त तरल पदार्थों का लगातार और भरपूर मात्रा में सेवन करें।
- गर्म, वसायुक्त और मसालेदार भोजन से बचें।
- भोजन में दही को शामिल करें क्योंकि इसमें प्रोबायोटिक्स होते हैं जो आतो के जीवाणुओ की भरपाई करके गैस्ट्रिक अल्सर के उपचार में मदद करते हैं।
गैस्ट्राइटिस को कैसे रोका जा सकता है?
- बस अपनी जीवन शैली पर एक नज़र डालें और देखें कि क्या आप अत्यधिक शराब पीने, अनुचित खाद्य पदार्थों, धूम्रपान और तनाव के माध्यम से अपने पेट का दुरुपयोग तो नही कर रहे हैं।
- एक स्वस्थ जीवन शैली और संयम गैस्ट्राइटिस के हमलों को रोकने में मदद करेगा। इसलिए एक तनाव मुक्त और स्वस्थ जीवन शैली चुनें।
- अत्यधिक दर्द निवारक लेने या एस्पिरिन और कैफीन लेने से बचना चाहिए।
- बहुत सारे तरल पदार्थो (गैर-अल्कोहल, गैर-कार्बोनेटेड और कैफीन मुक्त) का सेवन करना चाहिए।
- मसालेदार, वसायुक्त, अस्वास्थ्यकर फास्ट फूड से बचें।
- उच्च फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ जैसे साबुत अनाज, फल, सब्जियां और बीन्स लेने चाहिए।
- धूम्रपान और अत्यधिक शराब पीना बंद करें।
गैस्ट्राइटिस के लिए चिकित्सा सहायता कब जरुरी हो जाता है?
- जब गैस्ट्रिटिस के लक्षण लंबे समय तक बने रहे।
- जब लंबे समय तक उल्टी होती है।
- बहुत गंभीर पेट दर्द।
- निर्जलीकरण के लक्षण जैसे अत्यधिक प्यास और कम मूत्रत्याग।
- खून की उल्टी होना।
- काले रंग का मल त्याग।
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